मंगलवार, 4 मई 2010
पुस्तक पर्व
पुस्तक पर्व पर मित्रों का जबरदस्त उत्साह देखकर जितनी ख़ुशी हो रही है उतना ही डर भी लग रहा है। डर इस बात का कि सबकी अपेक्षायों पर खरा उतर भी पाउँगा कि नहीं। जो भी हो इस योजना का मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा स्वागत हुआ है। सूचना बस इतनी कि इस सेट की ज्यादातर किताबें छप चुकी हैं। मई के अंतिम सप्ताह तक यह पहला सेट बिक्री के लिए उपलब्ध हो जायेगा। राजस्थानी के सेट के लिए तैयारी शुरू कर दी है।आपका उत्साह इसी प्रकार बना रहे, यही कामना है।
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आपकी योजनाएं सराहनीय हैं। आप निश्चित रूप से खरे उतरेंगे, अब तक जो उतरते आए हैं।
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
पुस्तक पर्व की आप की योजना की सफलता के लिए आप को आखर कलश की और से आप को हार्दिक बधाई ,
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