मंगलवार, 25 मई 2010
lokarpan
बोधि पुस्तक पर्व के पहले सेट का लोकार्पण २३ मई को जयपुर में हुआ। दस किताबों के इस सेट को विजेंद्र, नंदकिशोर आचार्य, डॉक्टर माधव हाडा, डॉक्टर लक्ष्मी शर्मा ने उपस्थित साहित्यकारों, पाठकों, पत्रकारों के समक्ष जारी किया। १०० रुपये में दस किताबों के सेट का जबरदस्त स्वागत हुआ और लोकार्पण के समय ही २०० के करीब सेट बिक्री हो गए। अगले दिन सुबह १२ बजे तक और १०० सेट का आर्डर मिला। आज भी करीब २२५ सेट का नया आर्डर मिल गया है। फ़ोन आने का सिलसिला अभी जारी है। किताबों की इस तरह की बिक्री बोधि के लिए नया और शानदार अनुभव है। १००० सेट का पहला संस्करण एक सप्ताह में ही बिक्री हो जाने की सम्भावना है। हिंदी के पाठकों ने जो प्यार दर्शाया है, अभूतपूर्व है। आभार शब्द इसके लिए छोटा जान पड़ता है।
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किताबों से दूर होते पाठकों के लिए इस अवसर से रचना शीलता के क्षेत्र में क्या क्रांति होगी ये तो क्या कहा जा सकता है, लेकिन एक बहुत बड़ा वर्ग हिंदी... और अब राजस्थानी में भी गंभीरता से आप के साथ जुड़ने वाला है.....ये तय है...शुभकामना.
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंआप साधुवाद के पात्र हैं इस महती प्रयत्न के लिये.
राजस्थानी साहित्य के प्रसार के क्षेत्र में आपका प्रयास मील का पत्थर साबित होगा.
यह सेट कहाँ से प्राप्त करें, कृपया मार्गदर्शन करें.
मेरी बधाई और शुभकामनाएं । भाई साहब कार्यक्रम के कुछ चित्र भी लगाने का अनुरोध स्वीकारें ।
जवाब देंहटाएंआप ने अभिनव योजना का सूत्रपात किया है।बधाई हो! यह प्रकाशकीय पहल विस्तार लेगी अन्य प्रकाशकों को भी प्रेरित करेगी।ऐसी कल्पना और कामना करता हूं।आपका इरादा यदि नेक है तो आप निश्चय ही सफल होंगे।जितना जान पड़ा है उस से आपकी भावना पवित्र लगती है।
जवाब देंहटाएंकतिपय मित्र योजना को ले कर भ्रमित एवम् शंकित हैँ जो स्वभाविक भी है । उनकी शंकाओं एवम् भ्रम का निवारण भी आप यहां कर सकते हैँ और आप को ऐसा करना भी चाहिए।एक बार फिर बधाई एवम् शुभकामनाएं!
मैं आदरजोग ओम जी की बात से पूर्णतः सहमत हूँ..और इस पुनीत प्रयास में आपके हमेशा साथ हूँ..
जवाब देंहटाएंकिसी भी पवित्र और सकारात्मक कार्य की शरुआत में कुछ ना कुछ दिक्कतें आती ही रहती हैं..वाजिबी है आपको भी आई होंगी, बस आप ऐसे ही उनको सकारात्मक पहलू देते हुवे अपने लक्ष्य की और अग्रसर होते रहें..आप ख़ुद देखेंगे कि कारवां आपके साथ है... बस आप ऐसे ही शुद्ध लग्न और नेक इरादे से अपने लक्ष्य पर चलते रहे... इश्वर आपके साथ है.. पुनः कोटिशः साधुवाद और बधाई !!
vah!
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